शिमला। राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पोर्टमोर में नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस को मनाया गया। नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध नशीली दवाओं के व्यापार के खिलाफ एक संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। यह 1989 से 26 जून को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। स्कूल की कार्यकारी प्रधानाचार्य मनोरमा नेगी ने अन्य उपस्थित अध्यापकों मोनिका चौहान प्रवक्ता अर्थशास्त्र, सुनीता राणा प्रवक्ता जीव विज्ञान, अनुराधा कटवाल प्रवक्ता अंग्रेजी, दलबीर हिमटा प्रवक्ता अंग्रेजी, सरिता लालता प्रवक्ता अंग्रेजी, निशा वर्मा प्रवक्ता अंग्रेजी, तृप्ता शर्मा प्रवक्ता अंग्रेजी, संगीता चौहान टीजीटी आर्ट, ममता चौहान प्रवक्ता अंग्रेजी, प्रमिल प्रवक्ता गणित, अनुपम प्रवक्ता हिंदी की उपस्थिति मे इस दिवस से संबंधित , छात्राओं को अवगत कराया की, यह दिन क्यों महत्वपूर्ण है।
विश्व ड्रग दिवस 2024 का विषय है “साक्ष्य स्पष्ट है: रोकथाम में निवेश करें” 7 दिसंबर 1987 के महासभा संकल्प 42/112 द्वारा पालन की स्थापना की गई थी। 26 जून 1987 को, वियना में आयोजित नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में दो महत्वपूर्ण ग्रंथों (ड्रग अबाउट कंट्रोल में भविष्य की गतिविधियों की व्यापक बहु-विषयक रूपरेखा और नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की घोषणा) को अपनाया गया था।
विद्यालय प्रांगण में नशीली दबाव और अवैध तस्करी के इस दिवस पर शपथ दिलाई गई । प्रक्रिया के दौरान नारा लेखन, पेटिंग, साथ ही साथ भाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें विद्यालयों के चारों हाउस की छात्राओं ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता मे प्रियंका, वेदिका, दिव्यांशी और जनत ने भाग लिया।सभी छात्राओं ने नशीले पदार्थों और मादक दवाइ के सेवन के बारे मे और अवैध तस्करी से परहेज करने, से संबंधित जानकारी प्रदान की,जो आज के इस परिवेश मे समाज में व्याप्त बुराइयों के बारे मे अवगत होना बहुत ही आवश्यक है। स्थानीय विद्यालय की अध्यापिका श्री मती संगीता चौहान ने छात्राओं को इस प्रकार की कुसंगति , जो छात्राओं को उनके रास्ते से भटका सकती है के संबंध में छात्रों को संबोधित किया और इन संगतियों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
स्कूल की छात्राओं ने इस दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया और नशीली दबाव और अवैध तस्करी के संबंध में जानकारी प्राप्त की। अवैध ट्रैफिकिंग वा तस्करी के बारे में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों के माध्यम से कन्याओं को दवाइयों के दुरुपयोग से संबंधित जागरूकता प्रदान की गई। कार्यक्रम का उद्देश्य था कि छात्राओं को इस गंभीर मुद्दे के प्रति जागरूक किया जाए और उन्हें इसके खतरों और इसके परिणामों के बारे में जानकारी दी जाए।